tag:blogger.com,1999:blog-5503501922420238910.post1954074446177257219..comments2023-10-04T04:03:15.926-07:00Comments on संस्कृत का मजा हिन्दी में: Vivek Ranjan Shrivastavahttp://www.blogger.com/profile/06945725435403559585noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5503501922420238910.post-81125590938177205872007-03-03T15:49:00.000-08:002007-03-03T15:49:00.000-08:00हिन्दी में लिखना शुरु करने के लिए बधाई। हमारे हिन्...हिन्दी में लिखना शुरु करने के लिए बधाई। हमारे हिन्दी ब्लॉगजगत में आइए। वहाँ आपकी सभी हिन्दी लिखने वालों से मुलाकात होगी। मैं आपको हिन्दी जगत की कुछ साइटों के बारे में बताता हूँ।<BR/><BR/>'परिचर्चा' एक हिन्दी फोरम है जिस पर हिन्दी टाइपिंग तथा ब्लॉग संबंधी मदद के अतिरिक्त भी अपनी भाषा में मनोरंजन हेतु बहुत कुछ है।<BR/><BR/>अतः <A HREF="http://www.akshargram.com/paricharcha/index.php" REL="nofollow">परिचर्चा</A> के सदस्य बन जाइए। हिन्दी लेखन संबंधी किसी भी सहायता के लिए <A HREF="http://www.akshargram.com/paricharcha/viewforum.php?id=2" REL="nofollow">इस सबफोरम</A> तथा ब्लॉग संबंधी किसी भी सहायता के लिए <A HREF="http://www.akshargram.com/paricharcha/viewforum.php?id=3" REL="nofollow">इस सबफोरम</A> में सहायता ले सकते हैं।<BR/><BR/>'नारद' एक साइट है जिस पर सभी हिन्दी चिट्ठों की पोस्टें एक जगह देखी जा सकती हैं। हिन्दी चिट्ठाजगत में चिट्ठों पर आवागमन नारद के जरिए ही होता है।<BR/><BR/>अतः <A HREF="http://narad.akshargram.com/" REL="nofollow">नारदमुनि</A> से आशीर्वाद लेना न भूलें। <A HREF="http://narad.akshargram.com/register/" REL="nofollow">इस लिंक</A> पर जाकर अपना चिट्ठा पंजीकृत करवा लें। नारद आशीर्वाद बिना हिन्दी चिट्ठाजगत में कल्याण नहीं होता।<BR/><BR/>उम्मीद है जल्द ही नारद और परिचर्चा पर दिखाई दोगे। कोई सहायता चाहिए हो तो निसंकोच संपर्क करें।<BR/><BR/><A HREF="http://ePandit.BlogSpot.Com" REL="nofollow">श्रीश शर्मा 'ई-पंडित'</A>ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5503501922420238910.post-17601392489069796602007-02-05T06:16:00.000-08:002007-02-05T06:16:00.000-08:00आपका चिट्ठा जगत में स्वागत है…बहुत अच्छा लगा आपके ...आपका चिट्ठा जगत में स्वागत है…बहुत अच्छा लगा आपके चिट्ठे को पढ़कर…बहुत अच्छा किया है…कम से कम उन महान विभूतियों को तो पढ़ने का मौका मिलेगा जो शायद अछूता होता जा रहा है…थोड़ा फान्ट को बड़ा अगर कर दें तो सोने पर सुहागा हो जाए…।<br />बधाई स्वीकारे।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5503501922420238910.post-62736225989681699682007-02-05T04:52:00.000-08:002007-02-05T04:52:00.000-08:00चित्र भूषण जी, आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स...चित्र भूषण जी, आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है।<br /><br />यदि फान्ट का आकार थो.दा और ब.दा हो जाय तो पढ़ने में सुविधा होगी।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/00509099108292716439noreply@blogger.com